सवेरा
तिमिर को मिटाती, उषा की किरणें हैं आयी
भोर हो गई जागो उठो आया सुनहरा सवेरा
सजे शिवालय बजे घंटियाँ गूँज उठा शंखनाद
धरा से गगन तक प्रभा...
भोर हो गई जागो उठो आया सुनहरा सवेरा
सजे शिवालय बजे घंटियाँ गूँज उठा शंखनाद
धरा से गगन तक प्रभा...