...

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काश
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
पीछे एक दफा देख हम तेरे वही दीवाने हैं
काश तू इस वक्त मेरे साथ होता
पर तुझे देख लगता है हम तेरे लिए अंजाने हैं
मैंने तेरे हवाले अपनी जान भी करदी
तू कहता है हम तुम्हें नहीं पहचाने है
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