उड़ जा परिंदे
ऐ परिंदे, एक बार पर फैला के तो देख,
अनचाही डोरियो को तोड़के तो देख,
अपनी जिंदगी के पन्नों को खोलके तो देख,
देख कितनी ऐसी...
अनचाही डोरियो को तोड़के तो देख,
अपनी जिंदगी के पन्नों को खोलके तो देख,
देख कितनी ऐसी...