चले हो जहाँ से वही लौट आना है
चले हो जहाँ से वही लौट आना है
बस बिच में खेल दिखाना है
कितनी ही बुलंदी की परवाज
भर ले अ तू परिंदा
लौट कर वापस जमीं पर आना है
दुनिया भाग रही है एक ही तरफ
सबको सबसे आगे जाना है
इस दौड़ का अंत नहीं है मेरे...
बस बिच में खेल दिखाना है
कितनी ही बुलंदी की परवाज
भर ले अ तू परिंदा
लौट कर वापस जमीं पर आना है
दुनिया भाग रही है एक ही तरफ
सबको सबसे आगे जाना है
इस दौड़ का अंत नहीं है मेरे...