...

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गुमनाम...🌿
उसने मेरे छोटेपन की इस तरह इज़्ज़त रखी
मैंने दिवारे उठाई उसने उन पर छत रखी
क्यूं हथेली की लकीरों से आगे हैं उंगलियां
रब ने भी किस्मत से आगे आपकी मेहनत रखी
उसने तो सबके दिलों को प्यार का तोफ़ा दिया
हमने ही फिर अपने दिल में किसलिए नफ़रत रखी
धर्म ने यह कब कहा इंसान की जान ले लीजिए
मजहबों के नाम पर क्यूं आपने दहशत रखी
राम से पहले है सीता , कृष्ण से राधा प्रथम
फिर भी क्यूं मर्दों ने अपने बाद में औरत रखी
बेवफाई उसकी फितरत हो तो हो पर उम्र भर
हमने तो केवल वफा करने की ही आदत रखी
सबको अपने नाम की शोहरत की चाहत है
हमने गुमनामी की अपनी ,दूर तक इबादत रखी!!

#writcopoem
#introvert
#god issues.human changes
न जिक्र कर... न फिक्र कर .....अपने जज्बातों का,
तू बस कदर कर ...जो तेरा है वो तुझे मिल ही जायेगा ...अपनी बारी का बस तू सब्र कर !!...
haaye Inna serious mujhe raat ko kya hota hai 🙊🤦🥺😂😂
#doc ko dikhana padega lagta hai shayad
😁😁🧐🧐
#🌿💚!?...