खुद के ही पिछे खडी हूँ मैं।
कभी अपनो से लडी हूँ,
तो कभी अपनो के लिए लडी हूँ मैं।
कितनी बेबस हूँ ना ,
देखो आज अपने ही पिछे खडी हूँ मैं।
वक्त ने वक्त नही दिया कभी,
खुद से बात करने का ।।
पर हर बात खुद से ही करी हूँ मैं।
कितनी बेबस हूँ ना ,
देखो खुद...
तो कभी अपनो के लिए लडी हूँ मैं।
कितनी बेबस हूँ ना ,
देखो आज अपने ही पिछे खडी हूँ मैं।
वक्त ने वक्त नही दिया कभी,
खुद से बात करने का ।।
पर हर बात खुद से ही करी हूँ मैं।
कितनी बेबस हूँ ना ,
देखो खुद...