ओझल
वो पल भी कितना अजीब होता है ना ... !
जब आप उस इंसान से मिलने की ख्वाहिश रखते हो
जो तुम्हारे लिए खास है
जिसके लिए तुम्हारे दिल में धड़कती प्यार की बरसात है
शायद उसके दिल में भी तुम्हारे लिए प्यार की मीठी आस है
पर जब तुम उससे मिलो, तो कुछ बोल ही ना पाओ
तुम्हारे पास बातें तो करने केलिए हो, हजार
हर जनम में, सिर्फ उसका ही करना चाहो तुम इंतजार
सिर्फ उसीसे करना चाहो, अपने प्यार का इजहार
पर जब तुम उससे आमना-सामना करो ...
तब आप उस इन्सान में, उसकी इंसानियत में
उसकी बातों...
जब आप उस इंसान से मिलने की ख्वाहिश रखते हो
जो तुम्हारे लिए खास है
जिसके लिए तुम्हारे दिल में धड़कती प्यार की बरसात है
शायद उसके दिल में भी तुम्हारे लिए प्यार की मीठी आस है
पर जब तुम उससे मिलो, तो कुछ बोल ही ना पाओ
तुम्हारे पास बातें तो करने केलिए हो, हजार
हर जनम में, सिर्फ उसका ही करना चाहो तुम इंतजार
सिर्फ उसीसे करना चाहो, अपने प्यार का इजहार
पर जब तुम उससे आमना-सामना करो ...
तब आप उस इन्सान में, उसकी इंसानियत में
उसकी बातों...