बस तुम्हारा बन जाना है।
दिल नही तुम जान बनते जा रही हो
बताओ मुझे इतना क्यों सताने लगी हो
तुम्हारे जिक्र भर से ही मेरे होठों पर मुस्कान आ जाती है।
फिर क्यों मुझे छोड़ जाने की बात करने लगी हो
ये चेहरे की ताजगी ये भोलापन ये सादगी में तुम जचती।
फिर...
बताओ मुझे इतना क्यों सताने लगी हो
तुम्हारे जिक्र भर से ही मेरे होठों पर मुस्कान आ जाती है।
फिर क्यों मुझे छोड़ जाने की बात करने लगी हो
ये चेहरे की ताजगी ये भोलापन ये सादगी में तुम जचती।
फिर...