आहट
उसकी आहट पर दिल धड़कता है
दिल मोहब्बत उनसे अब भी बेशुमार करता है
हर दुआ में खुदा से मांगते हैं उसको
इस कदर दिल उससे अब भी वफा करता है
यूं तो बिछड़े तुमसे सदियां हो गई
थमता नही अश्क आंखों से अब भी बहता है
लिखा मुकद्दर का टाल नही सकते
पर दिल किस्मत से अपनी अब भी लड़ता है
दिल मोहब्बत उनसे अब भी बेशुमार करता है
हर दुआ में खुदा से मांगते हैं उसको
इस कदर दिल उससे अब भी वफा करता है
यूं तो बिछड़े तुमसे सदियां हो गई
थमता नही अश्क आंखों से अब भी बहता है
लिखा मुकद्दर का टाल नही सकते
पर दिल किस्मत से अपनी अब भी लड़ता है