यात्री का मार्गदर्शन
#निर्देशोंविनानकशो
वो यात्री है, जो राहों से नहीं,
संकेतों से नहीं, अपनी अंतर्दृष्टि से चलता है।
न दिशाओं का मोहताज, न मंज़िल का बंदी,
उसका सफ़र उसके दिल की आवाज़ से सजता है।
हर क़दम पे कांटे हों या फूलों का रास्ता,
वो हर हाल में अपने सपनों का परचम लहराता है।
दूसरों की नज़रों में भटकता वो शख़्स,
पर...
वो यात्री है, जो राहों से नहीं,
संकेतों से नहीं, अपनी अंतर्दृष्टि से चलता है।
न दिशाओं का मोहताज, न मंज़िल का बंदी,
उसका सफ़र उसके दिल की आवाज़ से सजता है।
हर क़दम पे कांटे हों या फूलों का रास्ता,
वो हर हाल में अपने सपनों का परचम लहराता है।
दूसरों की नज़रों में भटकता वो शख़्स,
पर...