...

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सम्मान
में भूका हूं सदियों से यूँ,
की भरा ना मन भोजन से सिर्फ |

हर वक़्त लड़ता रहता में,
हूं तो नहीं, पर योद्धा हूं ||

मांग ना मेरी पैसों की,
फिर ना जाने क्यों भटकता हूं |||

इच्छा बस इतनी सी है,
जी जाउ में, हर एक पल को ||||

इंतज़ार में हूं, में उस पल के,
जिसमे दिखूं सभी की नज़रों में |||||

आज नही तो कल सही,
मिलूंगा अपने सम्मान को...... मिलूंगा अपने सम्मान को ||||||

© Sarang Kapoor