लहू में जुनून सी वही है
तर्पण है दिल में एक आग सी लगी है
झुके नहीं गमों की बरसात में सीना तान के खड़ी है
होती है गुजारिश खुदा से भी हमारी कभी
तेरे आने की घड़ी किस राज सी खड़ी है
तसव्वुर दिखता है हमारे अस्तित्व का
तुम्हारी नजरों में हमारी कहानी लिखी है
माना...
झुके नहीं गमों की बरसात में सीना तान के खड़ी है
होती है गुजारिश खुदा से भी हमारी कभी
तेरे आने की घड़ी किस राज सी खड़ी है
तसव्वुर दिखता है हमारे अस्तित्व का
तुम्हारी नजरों में हमारी कहानी लिखी है
माना...