एक अजनबी
एक दिन यूं ही मिल गया वो......
वो अजनबी जाना पहचाना सा.....।
कभी ना देखा था वो चेहरा अनजाना सा।।
उसकी बातों में कैसा अपनापन था।
जाने कब से पहचान हो,दिल ने ऐसा माना था।।
मैं उदास सी खुद में खोई हुई सी....
उससे मिलके जीना सीख रही थी।
आंखों में...
वो अजनबी जाना पहचाना सा.....।
कभी ना देखा था वो चेहरा अनजाना सा।।
उसकी बातों में कैसा अपनापन था।
जाने कब से पहचान हो,दिल ने ऐसा माना था।।
मैं उदास सी खुद में खोई हुई सी....
उससे मिलके जीना सीख रही थी।
आंखों में...