गम क्या करना
गम क्या करना उनके बिछड़ने का,
हवा का तो काम है छू के गुजरने का।।
वो बदल गए तो हैरत क्या इसमे,
मौसम का तो काम है बदलने का।।
मंज़िल तो ख़ुद राह में आगे बढ़ गयी,
अब कोई मतलब...
हवा का तो काम है छू के गुजरने का।।
वो बदल गए तो हैरत क्या इसमे,
मौसम का तो काम है बदलने का।।
मंज़िल तो ख़ुद राह में आगे बढ़ गयी,
अब कोई मतलब...