~ प्रेम का पर्याय हो तुम ~
प्रेम का पर्याय हो तुम
या मेरे जीवन का आधार हो तुम
मेरे मन मंदिर में जो वास करता
वो मेरे प्रेम रूपी आराध्य हो तुम,
त्याग, समर्पण, विश्वास हो तुम
या मेरे जीने का एक मार्ग हो तुम
जिसका हाथ पकड़ कर साथ चलूं
वो मेरे जीवन साथी का वरदान हो तुम,
प्रेम...
या मेरे जीवन का आधार हो तुम
मेरे मन मंदिर में जो वास करता
वो मेरे प्रेम रूपी आराध्य हो तुम,
त्याग, समर्पण, विश्वास हो तुम
या मेरे जीने का एक मार्ग हो तुम
जिसका हाथ पकड़ कर साथ चलूं
वो मेरे जीवन साथी का वरदान हो तुम,
प्रेम...