दो शेर...
हदे गुमान में हूं, दे दे एतबार मुझे।
फिर एक बार तू कर मुझपे आश्कार मुझे।
ख़याल हूं, तो कभी ज़हनो दिल में रौशन कर,
मैं ख़्वाब हूं,...
फिर एक बार तू कर मुझपे आश्कार मुझे।
ख़याल हूं, तो कभी ज़हनो दिल में रौशन कर,
मैं ख़्वाब हूं,...