कौन कहता है कि मैं उदास नहीं होता
किसने कहा है तुमसे कि मैं उदास नहीं होता
टूटकर बिखरता नहीं मैं, मुझे अहसास नहीं होता
कभी तुम भी किसी को ख़ालिस खुलूस से चाहो तो
उसे नज़र भर देखो और फिर दुआओं में मांगों तो
और फिर यूं हो कि वो किसी और पर मर मिटे
उसे तुम चाहो और वो किसी और पर रश्क करे
तो यूं होता है...
टूटकर बिखरता नहीं मैं, मुझे अहसास नहीं होता
कभी तुम भी किसी को ख़ालिस खुलूस से चाहो तो
उसे नज़र भर देखो और फिर दुआओं में मांगों तो
और फिर यूं हो कि वो किसी और पर मर मिटे
उसे तुम चाहो और वो किसी और पर रश्क करे
तो यूं होता है...