घर कहाँ है
घर कहाँ है,
यहाँ तो बस
मकाँ ही मकाँ हैं
साथ रहते हैं
कुछ लोग ,मग़र
दूरी सी दरमियाँ है
कुछ अनमने चेहरे...
यहाँ तो बस
मकाँ ही मकाँ हैं
साथ रहते हैं
कुछ लोग ,मग़र
दूरी सी दरमियाँ है
कुछ अनमने चेहरे...