कुमकुम
ख़्वाबों के गलियारे में एक तस्वीर
सजाई है,
और छोटे से आंगन में
मधुमालती की बेल लगाई है।
कुछ दिन पहले चारपाई बुनवाई थी,
पास ही बेल के सेज सजाई है।
छत पर मैंने दो रस्सियां भी
कसवाई है।
रात में भीनी खुशबू हो
तो रातरानी भी लगवाई है।
खिड़कियों के लिए ग़ुलाबी पर्दे बनवाये है
कोई अंदर ना झांके इसलिए सिलवाए है।
चार कदम पे...
सजाई है,
और छोटे से आंगन में
मधुमालती की बेल लगाई है।
कुछ दिन पहले चारपाई बुनवाई थी,
पास ही बेल के सेज सजाई है।
छत पर मैंने दो रस्सियां भी
कसवाई है।
रात में भीनी खुशबू हो
तो रातरानी भी लगवाई है।
खिड़कियों के लिए ग़ुलाबी पर्दे बनवाये है
कोई अंदर ना झांके इसलिए सिलवाए है।
चार कदम पे...