औरत
क्यों दबाते हो बंद कमरों मे उसकी आवाज़ को...
कभी उसे कहने तो दो
वो औरत है उसे खुल के जीने तो दो।।
तुम कहते हो हम साथ है तेरे
और रक्षाबंधन पर उसकी रक्षा का वचन...
कभी उसे कहने तो दो
वो औरत है उसे खुल के जीने तो दो।।
तुम कहते हो हम साथ है तेरे
और रक्षाबंधन पर उसकी रक्षा का वचन...