उम्र का पड़ाव
ना जाने कितना भारी होगा,
ये उम्र का पड़ाव,
क्योंकि उसका बोज उठाने साथ कोई नहीं होता।
अगर साथी बचा हो सफ़र मै,
तो सफ़र थोड़ा कट सा जाता है,
वरना यहां अपनापन जताने कोन आता है?
सुना है उम्र का ये पड़ाव,
हमें हमारी सारी गलतियां याद दिलाता है,
और दुजी ओर कर्मफल भी सुरु हो जाता है!
जब जवानी जोश में होती है,
तब...
ये उम्र का पड़ाव,
क्योंकि उसका बोज उठाने साथ कोई नहीं होता।
अगर साथी बचा हो सफ़र मै,
तो सफ़र थोड़ा कट सा जाता है,
वरना यहां अपनापन जताने कोन आता है?
सुना है उम्र का ये पड़ाव,
हमें हमारी सारी गलतियां याद दिलाता है,
और दुजी ओर कर्मफल भी सुरु हो जाता है!
जब जवानी जोश में होती है,
तब...