पिया की सगाई💍
क्या लिखूं आज
खुशी या गम
आंखें तो हैं मेरी नम
कोई लफ्ज़ क्या शब्द क्या
एक अक्षर भी नहीं
जो मैं बयां करूं जज़्बात
है क्या मेरा हाल
जानें कैसे लिख रही हूं
मैं दर्द बेदर्द सब बन रही हूं
आंसूओं के दरिया में डूबी कई बार
मगर बीच दरिया में भी
हौसले के कस्ती का सहारा था
आज हौसला क्या सब्र क्या
मुझमें रहा मेरा...
खुशी या गम
आंखें तो हैं मेरी नम
कोई लफ्ज़ क्या शब्द क्या
एक अक्षर भी नहीं
जो मैं बयां करूं जज़्बात
है क्या मेरा हाल
जानें कैसे लिख रही हूं
मैं दर्द बेदर्द सब बन रही हूं
आंसूओं के दरिया में डूबी कई बार
मगर बीच दरिया में भी
हौसले के कस्ती का सहारा था
आज हौसला क्या सब्र क्या
मुझमें रहा मेरा...