कृष्ण से प्रश्न
हे गिरिधारी! तुम बधिर हुए क्या,
क्यों न करुण पुकार सुन पाते हो?
आज द्रौपदी स्वयं की लाज बचाती,
क्योंकि माधव, तुम नहीं आते हो।
युग बीते, तुम पर प्रश्न चिह्न है लगा
पर तुम कहाँ अब चक्र उठाते हो!
अरे! जाओ केशव,...
क्यों न करुण पुकार सुन पाते हो?
आज द्रौपदी स्वयं की लाज बचाती,
क्योंकि माधव, तुम नहीं आते हो।
युग बीते, तुम पर प्रश्न चिह्न है लगा
पर तुम कहाँ अब चक्र उठाते हो!
अरे! जाओ केशव,...