कुछ तो बात है
कुछ तो बात है हममें
नही तो ज़िंदगी हमसे कुछ तरह नाराज न होती
ख़ुशियों का तो पता नहीं मगर गम इतना ज्यादा न देती
और दिन का ठीकाना नहीं मगर रात को तो ऐसे न रुलाती
कुछ तो बात है हममे
वरना कहा ये दुनिया देख पाती...
नही तो ज़िंदगी हमसे कुछ तरह नाराज न होती
ख़ुशियों का तो पता नहीं मगर गम इतना ज्यादा न देती
और दिन का ठीकाना नहीं मगर रात को तो ऐसे न रुलाती
कुछ तो बात है हममे
वरना कहा ये दुनिया देख पाती...