सुन लो
#गृहण
आज छुप जहां से एक अपना जीवन जी रही हूं
ना किसी से वास्ता
ना ही सभी के बीच होने का गर्व
ना ही छोटी छोटी उपलब्धियां हारो से छिपना
ना अब रोज़ रोज़ सवालों के जवाब देना
ना ही किसी के शोर जाने का गम क्या किसी के आने का
ना अब अपना पराया करना
ना अब कि कहा से शुरू करो
ना आसा किसी कि
ना ही उम्मीद इन्सानों से
ना रहे रिश्ते बिक गए
ना रही लाज घरों ...
आज छुप जहां से एक अपना जीवन जी रही हूं
ना किसी से वास्ता
ना ही सभी के बीच होने का गर्व
ना ही छोटी छोटी उपलब्धियां हारो से छिपना
ना अब रोज़ रोज़ सवालों के जवाब देना
ना ही किसी के शोर जाने का गम क्या किसी के आने का
ना अब अपना पराया करना
ना अब कि कहा से शुरू करो
ना आसा किसी कि
ना ही उम्मीद इन्सानों से
ना रहे रिश्ते बिक गए
ना रही लाज घरों ...