जीवन
चंचल है मन
कहीं रुकता ही नहीं
करता है गलतियाँ
पर सुन्ता ही नहीं
बुनता ही नहीं
...
कहीं रुकता ही नहीं
करता है गलतियाँ
पर सुन्ता ही नहीं
बुनता ही नहीं
...