किराये का मकान
यह मकान तब ऐसा नहीं था
जैसा दीख रहा है अब
अपनी जीर्ण-शीर्ण काया में
एक मरीज की तरह
लगता है एक अरसे से यह खाली पड़ा है
क्या पता कितने बरसों से हो सकता है हम हीं रहे हों इसके आखिरी किरायेदार
सोचता हूँ
आज सैतालिस बरसों बाद
क्या मुझे पहचान पायेगा कोई
किराये के मकान वाली इस गली में ?
मकान के सामने खपरैल के छप्परवाले घर में
ठेठ गॅवई अंदाज़ में रहनेवाले अधेड़ उम्र के धोती-कुर्ता पहने शर्मा जी
क्या अबतक जी रहे...