मानसून
सूनी और सूखी धरती
तपती है हर पल
सबको अन्न धन देने वाली
हरी भरी लहराने वाली
आज विरह से तप रही
इस सूने मन को हरा...
तपती है हर पल
सबको अन्न धन देने वाली
हरी भरी लहराने वाली
आज विरह से तप रही
इस सूने मन को हरा...