...

27 views

हक़ीक़त से रूबरू
हक़ीक़त से रूबरू हो चुके है हम
अब कोई ख्वाब सजाना नहीं है
बहुत की है गलतियां पहले
अब उन्हें दोहराना नहीं है
अब कोई दोस्त बने चाहे दुश्मन
अब किसी से घबराना नहीं है
जिसको जो समझना है समझे
अब किसी को...