...

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वो आखरी मुलाकात
वो आखरी मुलाकात
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे
हां वो हर एक बात
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे

जिस्मों को परे रख कर
जो इश्क़ करना सिखाया था तुमने
वो रूह मे उतर जाने वाली मोहब्बत
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे

वो बच्चों सी तेरी शरारत
और नाराजगी में रूठ जाना तेरा अक्सर
वो तुझे मनाने में नाकाम होना मेरा
और मान जाने पर मिलता जो प्यार था तुमसे
वो प्यार पाने की कोशिश
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे

बारीश की बूंदों से तेरा वो प्यार
और सिमट जाना तेरा मेरी बांहों के दर्मीयां
साझा हर वो बरसात
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे

मेरी बेवकूफियों की वजह से
अधूरी रह गई थी जो
पूरी करने के लिए
वो मोहब्बत
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे

वो आखरी मुलाकात
मुझे फिर एक बार करनी है तुमसे।।।

--Om