इश्क की किताब में
इश्क़ की किताब़ में
एक नाम मेरा भी हो
पूरा हो वो किस्सा तब
जब साथ नाम तेरा भी हो
शाम अधूरी,रात अपूरी
बिन तेरे ओ मेरे हमदम
जागूँ जब,तुझको ही पाऊँ
ऐसा हँसीं सवेरा भी हो.
© बदनाम कलमकार
#वरुणपाश
एक नाम मेरा भी हो
पूरा हो वो किस्सा तब
जब साथ नाम तेरा भी हो
शाम अधूरी,रात अपूरी
बिन तेरे ओ मेरे हमदम
जागूँ जब,तुझको ही पाऊँ
ऐसा हँसीं सवेरा भी हो.
© बदनाम कलमकार
#वरुणपाश