हमे कोनसा सदियों तक जीना है...।
*हमे कोनसा सदियों तक जीना है*
गुजरते तुम हो साहेब,
वक्त कहां गुजरता है..
बसते कब हो तुम इस दुनियां में, रुकते कहां हो, ठहरते भी नहीं
बस यहां से गुजर रहे हो
बस राहगीर हो दुनियां के
बड़े रास्ते भी नहीं चल सके
बस पगडंडियों पे ही...
गुजरते तुम हो साहेब,
वक्त कहां गुजरता है..
बसते कब हो तुम इस दुनियां में, रुकते कहां हो, ठहरते भी नहीं
बस यहां से गुजर रहे हो
बस राहगीर हो दुनियां के
बड़े रास्ते भी नहीं चल सके
बस पगडंडियों पे ही...