पता नहीं
रास्ते ही रास्ते,
मंजिल का पता नहीं।
आजमाती है जिंदगी,
किरदारों का पता नहीं ।
तू बरस, ऐ आसमां!
आज रात जमकर
पर सुकून बरसेगा,
इसका पता नहीं ।
© Jyoti Dhiman
मंजिल का पता नहीं।
आजमाती है जिंदगी,
किरदारों का पता नहीं ।
तू बरस, ऐ आसमां!
आज रात जमकर
पर सुकून बरसेगा,
इसका पता नहीं ।
© Jyoti Dhiman