भीगता सा मन
आज भी है वही मौसम,
आज भी सावन है,
आज भी है भीगा सा मन
आज फिर से भीगता तन है
ओस भी घुल...
आज भी सावन है,
आज भी है भीगा सा मन
आज फिर से भीगता तन है
ओस भी घुल...