बेरोजगार
नाथू लाल ने B.Ed करके,कितने छापे मारे
मास, दुमास परीक्षा दी, निरुद्यम रहे बेचारे
पिता के सर पर भार हुए हैं , जन दृष्टि में बेकार हुए हैं
निर्मूल निराधार हुए हैं ,क्योंकि बेरोजगार हुए हैं
कभी परीक्षा कैंसिल होती, कभी आयोग नकारे
कभी वेकेंसी आए ज़रा...
मास, दुमास परीक्षा दी, निरुद्यम रहे बेचारे
पिता के सर पर भार हुए हैं , जन दृष्टि में बेकार हुए हैं
निर्मूल निराधार हुए हैं ,क्योंकि बेरोजगार हुए हैं
कभी परीक्षा कैंसिल होती, कभी आयोग नकारे
कभी वेकेंसी आए ज़रा...