14 views
कभी तो मिले प्यार जिन्दगी में
ढूँढ रहा हूँ कोई मिले अपना इस बेज़ार जिन्दगी में
थोड़ा ही सही कभी तो मिले प्यार जिन्दगी में
क्यूँ खुदा को मेरी इबादत क़बूल नहीं
क्यूँ मिलता है हर घड़ी तिरस्कार जिन्दगी मे
चल कर आएगी क्या कभी खुशियाँ मेरे दर पर
या यूँ ही रहेगा ये दिल बेक़रार जिन्दगी मे
क्या होगा कुछ नया या मिलेगा फिर वहीं
जैसा होता रहा है मेरे साथ हर बार जिन्दगी मे
रास्तो की ठोकरों से परेशान नहीं हूँ में
कभी तो हो ये खत्म इन्तज़ार जिन्दगी मे
थोड़ा ही सही कभी तो मिले प्यार जिन्दगी में
क्यूँ खुदा को मेरी इबादत क़बूल नहीं
क्यूँ मिलता है हर घड़ी तिरस्कार जिन्दगी मे
चल कर आएगी क्या कभी खुशियाँ मेरे दर पर
या यूँ ही रहेगा ये दिल बेक़रार जिन्दगी मे
क्या होगा कुछ नया या मिलेगा फिर वहीं
जैसा होता रहा है मेरे साथ हर बार जिन्दगी मे
रास्तो की ठोकरों से परेशान नहीं हूँ में
कभी तो हो ये खत्म इन्तज़ार जिन्दगी मे
Related Stories
17 Likes
6
Comments
17 Likes
6
Comments