...

17 views

Me Hindustan Hoon❤️

सिर पर जिसके मुकुट हिमालय,
सागर जिसके धोता चरण,
है धरा जिसकी स्वर्ग सी,
हृदय जिसका कोमल निर्मल।
जिसे विश्व ने अपनाया मैं वह ज्ञान हूं,
मैं हिंदुस्तान हूँ।

कल-कल छल-छल करती नदियां,
पक्षी यहां चहचहाते,
इस मिट्टी का कर्ज चुकाने,
लोग प्राणो को अर्पण कर जाते।
हर देशवासी के सिर पर सजा मैं एक सम्मान हूं,
मैं हिंदुस्तान हूँ।

ना कल झुका था ना आगे झुकूंगा,
था विश्वगुरु, विश्वगुरु ही रहूंगा।
है परिस्थितियां कठिन लेकिन मैं सामना करूंगा।
लगातार बढ़ते...