समर्पण चाहिए..!!
अच्छा सुनो! ये जो तुम्हारे चोंचले है,
पसंद है, कभी नही..
अभी सही, फिर वही..
क्या चाहते हो?
कोई अपराध है, कुछ बाध्य है?
या प्रारब्ध है? क्या उपलब्ध है?
देखो, तुम्हे आवश्यकता नही...
पसंद है, कभी नही..
अभी सही, फिर वही..
क्या चाहते हो?
कोई अपराध है, कुछ बाध्य है?
या प्रारब्ध है? क्या उपलब्ध है?
देखो, तुम्हे आवश्यकता नही...