कहती है मेरी कलम मुझसे...
आपके कुछ पड़ोसी,या फिर...
आपके कुछ रिश्तेदार....
आपके पीछे,,,,
हमेशा सिर्फ इसलिए नहीं पड़े होते,या आपके करीब होते...
क्योंकि वो आपको चाहते हैं....
बल्कि.....
कभी - कभी वे आपके पीछे(करीब)सिर्फ इसलिए पड़े होते हैं ताकि...
एक दिन वो आपके parents को या फिर जो भी आपके सपोर्ट सिस्टम है(मां/पिता/पति/अन्य)..
उनको ये विश्वास दिला सके कि......
आपने अपने बेटी/बहू (etc) को इतना पढ़ा...
आपके कुछ रिश्तेदार....
आपके पीछे,,,,
हमेशा सिर्फ इसलिए नहीं पड़े होते,या आपके करीब होते...
क्योंकि वो आपको चाहते हैं....
बल्कि.....
कभी - कभी वे आपके पीछे(करीब)सिर्फ इसलिए पड़े होते हैं ताकि...
एक दिन वो आपके parents को या फिर जो भी आपके सपोर्ट सिस्टम है(मां/पिता/पति/अन्य)..
उनको ये विश्वास दिला सके कि......
आपने अपने बेटी/बहू (etc) को इतना पढ़ा...