लालसा...
गवां बैठे अस्तित्व अपना,दुख में सुख की चाह लिए,
भटक रहा मन माया वन में, वीराने में उल्लास लिए,
शेष नही जीवन मे कुछ,श्वास की डोरी छूट रही,
पर मन चंचल है माने न,भटके आशा की डोर लिए।
पराजय का अजेय रण ,कायरता में उत्साह लिए
जीत...
भटक रहा मन माया वन में, वीराने में उल्लास लिए,
शेष नही जीवन मे कुछ,श्वास की डोरी छूट रही,
पर मन चंचल है माने न,भटके आशा की डोर लिए।
पराजय का अजेय रण ,कायरता में उत्साह लिए
जीत...