राणा का शौर्य
अकबर हुआ दुलारों में ।
हैं राणा खड़े क़तारों में ।
हम पढ़ते हैं बाज़ारों में ।
कुछ बिके हुए अख़बारों में ।
ये जाहिल हमें सिखाते हैं ।
शक्ति का भान कराते हैं ।
अकबर महान बताते हैं ।
राणा का शौर्य छिपाते हैं ।
कुछ मातृभूमि कोहिनूर हुए ।
जो मेवाड़ी शमशिर हुए ।
वो रण में जब गम्भीर हुए ।
तब...