मां
आंचल में छुपा कर के अपने
ममता के स्नेह से नहलाती है
वह प्यारी मां सुंदर सृष्टि का
अनुपम उपहार कहलाती है।
सहनशीलता, करुणा ,दया की
साकार,सजीव मूर्त कहाती है
जिंदगी रूपी मुखौटे के पीछे
हज़ारों दर्द संभालती जाती है।
चेहरे पर नित मुस्कान बिखरा
असंख्य बाधाओं से टकराती है...
ममता के स्नेह से नहलाती है
वह प्यारी मां सुंदर सृष्टि का
अनुपम उपहार कहलाती है।
सहनशीलता, करुणा ,दया की
साकार,सजीव मूर्त कहाती है
जिंदगी रूपी मुखौटे के पीछे
हज़ारों दर्द संभालती जाती है।
चेहरे पर नित मुस्कान बिखरा
असंख्य बाधाओं से टकराती है...