मन में पड़ी हुई गांठ...
मन में पड़ी हुई गांठ
अब सुलझ नहीं सकती।
जो छवि बन गई है तुम्हारी
अब वो बदल...
अब सुलझ नहीं सकती।
जो छवि बन गई है तुम्हारी
अब वो बदल...