मन में पड़ी हुई गांठ...
मन में पड़ी हुई गांठ
अब सुलझ नहीं सकती।
जो छवि बन गई है तुम्हारी
अब वो बदल नहीं सकती।
टूटे हुए रिश्ते को पहले की
तरह जोड़ना संभव नहीं।
बीती हुई यादों के पन्ने पलटने का
अब कोई मतलब नहीं।
© Pooja Arora
अब सुलझ नहीं सकती।
जो छवि बन गई है तुम्हारी
अब वो बदल नहीं सकती।
टूटे हुए रिश्ते को पहले की
तरह जोड़ना संभव नहीं।
बीती हुई यादों के पन्ने पलटने का
अब कोई मतलब नहीं।
© Pooja Arora
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