दिल बहुत बेचैन है
उड़ान//
रोकना पड़ा
कोमल पंख कुतरा पड़ा
देखो आसमान आज छोटा पड़ा
नया परिंदा औंधा पड़ा...
दिल बहुत बेचैन है
हर पल आंसुओ ने कहा..
घरौंदा मेरा उजड़ा पड़ा
देखो ना...
स्मृतियों का स्तूप
कहीं सौदा हुआ...
Bipasa Mukherjee
_मेरु का दर्द
© All Rights Reserved
रोकना पड़ा
कोमल पंख कुतरा पड़ा
देखो आसमान आज छोटा पड़ा
नया परिंदा औंधा पड़ा...
दिल बहुत बेचैन है
हर पल आंसुओ ने कहा..
घरौंदा मेरा उजड़ा पड़ा
देखो ना...
स्मृतियों का स्तूप
कहीं सौदा हुआ...
Bipasa Mukherjee
_मेरु का दर्द
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