उलझी सी रात...
उलझी उलझी रात थी तेरे ख्यालों में,
चाँद भी मुस्कुरा रहा था तेरे उजालों में।
तेरी यादों की महक ने रात को रंगीन कर दिया,
सपनों की रूहानी दुनियाँ को भी यकीन कर दिया।
तारों की छाँव में बस तेरा ही नाम था,
दिल की हर धड़कन में तेरा ही पैगाम था।
सर्द हवाओं ने भी तुझसे...