परदे में है अगर.
परदे मे है अगर वो तो हया है वो
साथ अगर हो अपनों के तो वफ़ा है वो
औरत जहाँ है वहाँ हर दहलीज है
औरत खुद यहाँ औरत की कनीज है
गर बात हक़ की करे तो वो बदनाम है
हरेक की...
साथ अगर हो अपनों के तो वफ़ा है वो
औरत जहाँ है वहाँ हर दहलीज है
औरत खुद यहाँ औरत की कनीज है
गर बात हक़ की करे तो वो बदनाम है
हरेक की...