...

7 views

वह लड़के हैं जनाब अक्सर अकेले पड़ जाते हैं
अक्सर इस अनजान से शहर में ,
वे अकेले पड़ जाते हैं
जवानी आने से पहले परिवार की जिम्मेदारी निभाने चले जाते हैं
वह लड़के हैं जनाब सबको खुश करने के चक्कर में
अक्सर अकेले पड़ जाते हैं।।
घर में उन्हें बड़े प्यार से रखा जाता है, लेकिन जैसे ही बड़े होते हैं उन पर एक अलग ही दबाव डाला जाता है
गंभीर बनो क्यों रोते हो मर्द हो स्ट्रांग बानो ,
ऐसा कहकर उनकी फीलिंग को दबाया जाता है
क्या कहेंगे दुनिया वाले ऐसा सोच कर लड़के अकेले में अक्सर रो जाते हैं,
वह लड़के हैं जनाब अक्सर अकेले पड़ जाते हैं।।
माना कि वह दिन भर मुस्कुराते रहते हैं ,मैं हूं ना ऐसा कह कर बड़ी-बड़ी बातों को हल कर जाते हैं,
दूसरों की जरूरत पूरा करते-करते खुद की जरूरत भूल जाते हैं
वह लड़के हैं जनाब अक्सर अकेले पड़ जाते हैं।।