वह लड़के हैं जनाब अक्सर अकेले पड़ जाते हैं
अक्सर इस अनजान से शहर में ,
वे अकेले पड़ जाते हैं
जवानी आने से पहले परिवार की जिम्मेदारी निभाने चले जाते हैं
वह लड़के हैं जनाब सबको खुश करने के चक्कर में
अक्सर अकेले पड़ जाते हैं।।
घर में उन्हें बड़े प्यार से रखा जाता है, लेकिन जैसे ही बड़े होते हैं उन पर एक अलग ही दबाव...
वे अकेले पड़ जाते हैं
जवानी आने से पहले परिवार की जिम्मेदारी निभाने चले जाते हैं
वह लड़के हैं जनाब सबको खुश करने के चक्कर में
अक्सर अकेले पड़ जाते हैं।।
घर में उन्हें बड़े प्यार से रखा जाता है, लेकिन जैसे ही बड़े होते हैं उन पर एक अलग ही दबाव...