14 views
दोस्ती....
जाएंगे एक दूसरे से जब विदा लेकर हम
वादे करेंगे दोबारा मिलने के हम
मिलते रहेंगे ज़िन्दगी के हर भटके मोड़ पर
जब दिल की आवाज़ एक दूसरे को पुकारेगी
उम्मीदें तो रहेंगी अक्सर साथ बने रहने की
और कोशिशें हमेशा रहेंगी इस मकसद को अंजाम देने की
दस्तूर और कायनात दो शब्द हैं
मन की फिक्र ही एक दूसरे के लिए काफी है। ।
_shalini jain
© shalini jain
वादे करेंगे दोबारा मिलने के हम
मिलते रहेंगे ज़िन्दगी के हर भटके मोड़ पर
जब दिल की आवाज़ एक दूसरे को पुकारेगी
उम्मीदें तो रहेंगी अक्सर साथ बने रहने की
और कोशिशें हमेशा रहेंगी इस मकसद को अंजाम देने की
दस्तूर और कायनात दो शब्द हैं
मन की फिक्र ही एक दूसरे के लिए काफी है। ।
_shalini jain
© shalini jain
Related Stories
27 Likes
3
Comments
27 Likes
3
Comments