रांझा
रांझा सा मैं जोगन सी तुम
एक दूसरे से मिलते रहेंगे
जैसे मिलती है नृत्य से संगीत की धुन,
आओ चलो कही खो जाए
जैसे होते है हवा और बादल
एक दूसरे में गुम,
जब कुछ भी दिखाई ना दे तो
उम्मीद लेकर आना
जैसे लेकर आती हैं बंद कमरे में धूप,
कभी बिना दिखे मुझे
दूर से इस तरह निहारना
जैसे निहारती है रातों में
धरती को चांद-तारों की झुंड,
कभी बिना कहे मुझे
इस तरह गले से...
एक दूसरे से मिलते रहेंगे
जैसे मिलती है नृत्य से संगीत की धुन,
आओ चलो कही खो जाए
जैसे होते है हवा और बादल
एक दूसरे में गुम,
जब कुछ भी दिखाई ना दे तो
उम्मीद लेकर आना
जैसे लेकर आती हैं बंद कमरे में धूप,
कभी बिना दिखे मुझे
दूर से इस तरह निहारना
जैसे निहारती है रातों में
धरती को चांद-तारों की झुंड,
कभी बिना कहे मुझे
इस तरह गले से...