...

123 views

खुद पर हो विश्वाश अगर
बस तू ही है इस दुनिया में तुझ सा है कोई और कहां।अगर हो ना भरोसा बात मै तो तो तू भी यहां और में भी यहां। तेरे हूंकार में वो दम है सारी दुनिया भी थम जाए ।खुद पर हो विश्वाश अगर एक पल क्या वक़्त बदल जाए जीवन मै सजे है कुछ सपने हर हाल मै पूरे करने है सागर के नीचे है मोती वो रखने है तो रखने है।घेरा हो हजारों मुश्किल ने मेहनत के आगे झुकने है सूरज पर छाए बादल भी इक ना इक दिन तो छटने है या हुआ नहीं जो हो ना सका ऐसा कुछ है कहीं। ढूंढ के तो लाए खुद पर हो विश्वाश अगर इक पल क्या वक्त बदल जाए। सब कुछ तो करना आंसा है रोक कोई क्यों आज भला झोंके में छिपा हो इक तूफान वैसे ही मुझमें जोश भर हो वक्त का पहरा हम पर क्यों हम वक्त से आगे रहते है, धरती पर यू तो चलते है पर आसमान पर रहते है कहते है सब कुछ किस्मत है तो खुद ही फरिश्ता बन जाए। खुद पर हो विश्वास अगर एक पल क्या वक्त बदल जाए।।। एक पल क्या वक्त बदल जाए!..
© All Rights Reserved